BIG_NEWS : मध्यप्रदेश में सर्दी के मौसम की हुई शुरुआत, 3 दिन हल्के बादल, फिर कंपकंपी, जानिए मौसम वैज्ञानिकों ने क्या कहा इस बढ़ती ठंड को लेकर, पढ़े खबर

MP 44 NEWS October 31, 2022, 11:13 am Technology

मध्यप्रदेश में सर्दी के मौसम की शुरुआत हो चुकी है। 6 नवंबर के बाद ठंड और भी बढ़ने लगेगी। दरअसल 31 अक्टूबर यानी आज से पाकिस्तान से हिमालय के रास्ते मैदानी इलाकों में ठंडी हवाएं आना शुरू हो गई है। हालांकि अगले 2-3 दिन हल्के बादल छाए रहेंगे और हल्की गर्मी बढ़ेगी। लेकिन हफ्तेभर बाद कंपकंपी बढ़ती जाएगी।

सबसे पहले जानिए मौसम वैज्ञानिकों ने क्या कहा...

मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि 6 नवंबर के बाद मौसम बदलने लगेगा और अच्छी ठंड की शुरुआत हो जाएगी। पहले सप्ताह रात का तापमान 14 डिग्री के भी नीचे आ सकता हैं, जबकि दिन में पारा 30 डिग्री सेल्सियस के नीचे जा सकता हैं। इस बार देशभर में करीब 4 महीने कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान मौसम विभाग ने जताया है। अभी हल्की सी धुंध सुबह और रात के समय रहने लगी है। 6 नवंबर के बाद इसमें बढ़ोतरी होती चली जाएगी। ये दो सिस्टम बढ़ाएंगे कंपकंपी

मानसून की विदाई के बाद अब हिमालय से सिस्टम यानी हवाएं आना शुरू होने लगी हैं। हिमालय में बर्फबारी होने से यह सिस्टम स्ट्रांग होने लगेंगे। इससे मैदानी क्षेत्रों में ठंड बढ़ जाएगी। मौसम विभाग के अनुसार सिस्टम के आने पर तापमान हल्के बढ़ जाते हैं। इनके गुजरते ही मौसम में ठंड बढ़ जाएगी। पहला - सर्दी के मौसम का पहला पश्चिमी विक्षोभ 31 अक्टूबर को कश्मीर में दस्तक देगा। इससे 1 नवंबर को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड तक हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है।

दूसरा - दूसरा पश्चिमी विक्षोभ 3 नवंबर को दस्तक देगा। यह पहले विक्षोभ की तुलना में ज्यादा मजबूत होगा। इसकी वजह से 5 नवंबर तक कश्मीर से हिमाचल और उत्तराखंड तक भारी बर्फबारी हो सकती है। यह है अनुमान

मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 4 महीने पहाड़ी राज्यों से मध्य भारत तक के राज्यों में कड़ाके की सर्दी पड़ सकती है। इस समय उत्तर, पश्चिम से लेकर मध्य भारत तक शुष्क पश्चिमोत्तर हवाएं चल रही हैं। उत्तर के पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद ये हवाएं बर्फीले इलाकों से गुजरती हुई मध्य भारत तक ठंडक लेकर पहुंचेंगी। 6-7 नवंबर को पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान ही नहीं, बल्कि गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा और तेलंगाना तक तापमान तेजी से गिरेगा।

दिन का पारा 2.6 डिग्री लुढ़का

रविवार को दिन का तापमान 30.2 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से 1.3 डिग्री कम रहा। शनिवार के मुकाबले इसमें 2.6 डिग्री की गिरावट हुई। दिन में 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के कारण तापमान में कमी आई। संकेतों के मुताबिक नवंबर में भी ठंड का यही ट्रेंड बना रहेगा। नवंबर में भी रात के सबसे कम तापमान का नया रिकॉर्ड बन सकता है।

अभी राजधानी भोपाल में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री से ऊपर और दिन का पारा 32 डिग्री के नीचे आ गए हैं। दो से तीन दिन तक इनमें मामूली बढ़ोतरी होगी। उसके बाद यह तेजी से नीचे गिरना शुरू हो जाएंगे। मौसम शुष्क और आसमान साफ होने के कारण अभी दिन का तापमान ज्यादा है। साइक्लोन बनने की वजह से उत्तर से हवाएं नहीं आ पा रही थीं। 6 नवंबर के बाद ठंड बढ़ना शुरू होगी।

हवाएं नहीं आने के कारण ऐसी स्थिति बनी

इस समय तक हिमालय में बर्फबारी होने और हवाएं नीचे मैदान की तरफ आने से हल्की गुलाबी ठंड होने लगती थी। अक्टूबर के दूसरे हफ्ते के बाद पहाड़ों पर बर्फबारी के कारण थोड़ी ठंड बढ़ गई थी, लेकिन ये एक्टिविटी थमने से अक्टूबर में ठंड ज्यादा जोर नहीं पकड़ सकी। नवंबर में ठंड धीरे-धीरे बढ़ना शुरू हो जाएगी।

अधिकतम तापमान नीचे आने लगे

मध्यप्रदेश में 20 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक अधिकतम तापमान की बात की जाए, तो इसमें ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है। 10 संभागों में से नर्मदापुरम में बीते 4 दिन से दिन का तापमान सामान्य से नीचे चल रहे हैं, जबकि जबलपुर और सागर में इस दौरान 2-2 दिन का पारा सामान्य से कम रहा। भोपाल और ग्वालियर में 25 अक्टूबर को दिन का पारा सामान्य से नीचे आया। इंदौर, रीवा, शहडोल और उज्जैन में यह सामान्य बने हुए हैं।

अभी नार्थ ईस्ट मानसून चल रहा

अभी तक साउथ ईस्ट मानसून था, अब 29 अक्टूबर से नार्थ ईस्ट मानसून शुरू हो गया है। इससे तमिलनाडू, कर्नाटक और केरल के कई इलाकों में बारिश हो रही है। अब कड़ाके की ठंड मध्यप्रदेश में पड़ना शुरू होगी। मौसम विभाग के अनुसार दिसंबर, जनवरी और फरवरी में अच्छी सर्दी का मौसम रहेगा। 10 साल में दूसरी बार सबसे ज्यादा बारिश

मध्यप्रदेश में 1 जून से अब तक 51 इंच बारिश हो चुकी है। मध्यप्रदेश में सामान्य तौर पर 39 इंच पानी गिरता है। इस साल यह सामान्य से 12 इंच ज्यादा है। बीते 10 साल में यह दूसरी बार सबसे ज्यादा है। इससे पहले 2019 में 53 और साल 2013 में 51 इंच बारिश हुई थी।

अक्टूबर में ही ठंड आने लगी

मध्यप्रदेश में 14 अक्टूबर को मानसून की विदाई हो गई। अब पोस्ट मानसून का सीजन शुरू हो गया है। पाकिस्तान से आने वाली हवाओं और मौसम से नमी खत्म होने से ठंड होना शुरू हो जाता है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि इसी तरह मौसम बना रहेगा। रात को हल्की ठंड और दिन में सूरज की तपिश हल्की गर्मी का एहसास कराएगी। इससे नमी मध्यप्रदेश तक आएगी, लेकिन बारिश नहीं होगी। बीते 10 साल में सबसे ज्यादा बारिश वाला अक्टूबर रहा। साल 2013 में अक्टूबर में 4 इंच बारिश हुई थी।

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