BIG_NEWS : रबी सीजन में खाद की डिमांड बढ़ते ही कालाबाजारी जोरों पर, किसानों से 200 से लेकर 250 रुपए तक अधिक की वसूली शुरू, जाने इस खबर में आखिर यूरिया खाद की क्या है सरकारी कीमतें, पढ़े खबर

MP 44 NEWS October 31, 2022, 11:58 am Technology

मंदसौर। रबी सीजन में खाद की डिमांड बढ़ते ही जिले में कालाबाजारी जोरों पर है। व्यापारी किसानों से 200 से लेकर 250 रुपए तक अधिक वसूल कर रहे हैं। हालात एक सप्ताह से बने हैं। स्थानीय प्रशासन खुद जिम्मेदार अधिकारियों को कालाबाजारी रोकने के निर्देश जारी कर चुका है। अधिकारी प्रमाण सहित बड़ा व मजबूत केस मिलने की राह देख रहे हैं ताकि पिछले वर्ष की तरह रासुका की कार्रवाई कर सकें। जिले के किसान दीपावली पर्व के पूर्व ही रबी सीजन की तैयारी में जुट गए हैं।

सिंचाई के दौरान अभी डीएपी खाद की मांग अधिक है लेकिन सोसायटियों में खाताधारकाें के अलावा अन्य किसानों को नकद भुगतान से उर्वरक नहीं मिल रहा है। ऐसे में मजबूरन किसान निजी दुकानों की ओर रुख कर रहे हैं। दुकानदार भी मुनाफाखोरी करने से नहीं चूक रहे हैं। शहर के सीतामऊ फाटक, डिगांवमाली, शामगढ़ व सुवासरा क्षेत्र की निजी उर्वरक विक्रय केंद्रों पर किसानाें से निर्धारित कीमत से अधिक कीमत वसूली जा रही है। गड़बड़ी छिपाने के लिए किसानों के मांगने पर बिल नहीं दे रहे हैं। ऐसे में कालाबाजारी के रोकथाम को लेकर निर्देश महज बैठकों तक ही सीमित हो गए। हाल ही में प्रशासन ने जिले के सरकारी व निजी उर्वरक विक्रय केंद्रों पर मात्रा के साथ दरों की सूची चस्पा भी करने के आदेश दिए थे। नियमों का पालन नहीं करने वाले दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई करने भी निर्देश थे। वर्तमान में फसलों की बाेवनी के दौरान डीएपी खाद की अधिक खपत होती है। इसके चलते बाजार में मांग भी अधिक है। नकदी से उर्वरक प्राप्त नहीं होने से किसान दुकानों के चक्कर लगा रहे हैं। डीएपी 18:46 का सरकारी मूल्य 1350 है लेकिन डिगांवमाली में यह 1600 रुपए में बिक रहा है। शामगढ़ क्षेत्र में व्यापारी 1650 रुपए तक बेच रहे हैं। वहीं, आगामी समय में गेहूं, मैथी सहित अन्य फसल के लिए भी यूरिया खाद की अधिक खपत होगी। शामगढ़ क्षेत्र में अभी से ही यूरिया उर्वरक को 400 रुपए में बेच रहे हैं।

ये हैं सरकारी कीमतें
खाद का नाम.........विक्रय दर (प्रति बोरी)
डीएपी 18:46............................ 1350
यूरिया................... ...................266.50
नैनो यूरिया प्रति 500 लीटर...............240
एनपीके 12 32 16.......................1470
पारादीप 20: 20: 0: 13................1400
पोटाश.......................................1700
(जानकारी मप्र राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित के अनुसार ) सोसायटियां नकद में नहीं दे रहीं खाद

भले ही प्रशासन ने शहर सहित जिले के नगरीय क्षेत्रों में नकद में उर्वरक देने का वादा किया है। हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। सेमली निवासी बाबू भाई ने बताया डिगांव में इफको के किसान कृषि बाजार में डीएपी के 1600 रुपए लिए जा रहे हैं। कुरावन निवासी घनश्याम राठौर ने बताया शामगढ़ में गरोठ रोड पर दुकान पर डीएपी के 1500 से 1650 रुपए ले रहे हैं। यूरिया का दाम 400 रुपए है। सोसायटियां नकद भुगतान से खाद नहीं दे रही हैं। निजी दुकानों से खाद नहीं लेने के अलावा हमारे पास कोई विकल्प भी नहीं है। यदि सिंचाई के दौरान फसल को खाद नहीं दिया तो उत्पादन पर असर पड़ेगा।

पिछले वर्ष हुई थी 11 कार्रवाई
विभाग के अनुसार पिछले वर्ष उर्वरक के अवैध भंडारण व कालाबाजारी के संबंध में कुल 11 कार्रवाई की थी। इसमें 1 मामले में रासुका के तहत कार्रवाई की गई थी जबकि 7 दुकानदारों पर एफआईआर दर्ज की थी और 3 प्रकरणों में लाइसेंस रद्द की कार्रवाई हुई थी। अभियान चलाकर चेकिंग की जाएगी
"कालाबाजारी की राेकथाम काे लेकर सतत मॉनिटरिंग की जा रही है। प्रमाण पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। दुकानदारों को उर्वरक की मात्रा व दरों की सूची चस्पा करना अनिवार्य है। इस संबंध में भी अभियान चलाकर चेकिंग की जाएगी। इन नियमों का पालन नहीं करने वाले दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।"

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